Mithali Raj

शायद यह मेरा आखिरी वर्ल्ड टी-20 हो: मिथाली राज

Mithali Raj

इस प्रभावी पारी के कारण मैच की सबसे बेहतरीन खिलाड़ी चुने जाने के बाद अनुभवी मिथाली ने स्वीकार किया कि संभवत यह उनका आखिरी वर्ल्ड टी-20 हो.

मिथाली ने मैच के बाद कहा, “महज देश के लिए खेलना हमेशा ही प्रेरित करता है. इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपने कितने साल देश के लिए खेला.”

IND v PAK: Player of the Match - Mithali Raj

“लेकिन हां, जब आप देखते हैं कि टीम बहुत से परिवर्तनों के दौर से गुजरी है और बहुत से युवा क्रिकेटर टीम में हैं, एक समय ऐसा आता है जब आपको सोचना पड़ता है कि क्या मैं अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर पाऊंगी या नहीं!.”

मिथाली ने कहा, “कई बार ऐसा होता है कि अपनी टीम के बारे में सोचती हूं कि क्या मेरे फैसला लेने का समय आ गया है. मैं समझती हूं कि अच्छी टीम बन रही है. इसलिए यह मेरा आखिरी वर्ल्ड टी-20 हो सकता है.”

35 साल की मिथाली को न्यूजीलैंड के खिलाफ मध्यक्रम में बल्लेबाजी के लिए भेजा गया था. हालांकि पाकिस्तान के खिलाफ वह फिर से पारी की शुरुआत करने उतरी और समृति मंधाना के साथ पहली विकेट के लिए 73 रन की सांझेदारी की.

IND v PAK: Full match highlights

मध्यक्रम के लिए मिली जिम्मेदारी के बारे में मिथाली ने कहा, “वैसे मेरा रोल हमेशा एक ओपनर का रहा है. क्योंकि यह एक बड़ी टीम है और हम अपना पहला मैच खेल रहे थे, हम मिडल आर्डर में किसी अनुभवी को चाहते थे. यकीनन जब आप मध्यक्रम में जिम्मेदारी संभालते हैं तो आपका अनुभव आपके लिए मददगार साबित होता है.”

“मुझे लगता है कि टीम प्रंबधन ने महसूस किया कि पाकिस्तान के पास स्पिनर्स हैं, इसलिए मुझे पारी की शुरुआत करवाना सही होगा. इसलिए मैं फिर से ओपनिंग के लिए आई.”

टी-20 क्रिकेट में 16 अर्धशतक लगा चुकी मिथाली ने कहा कि वह अब भी अपनी पारी को बड़ा करने के लिए हर बॉल प्राथमिकता से खेलती हैं और ज्यादा आगे के बारे में नहीं सोचतीं.

मिथाली ने कहा,“ मुझे लगता है कि बतौर ओपनर मैं ज्यादा नहीं सोचती कि इस भूमिका को मुझे कैसे अदा करना है. लेकिन बल्लेबाज के तौर पर मैं हर बॉल पर फोकस रखती हूं और अपना स्वाभाविक खेल ही खेलती हूं. ”

मिथाली ने कहा,“ स्वाभाविक खेल बल्लेबाजी का मंत्र है. आप वहां कोई योजना बना कर नहीं जा सकते क्योंकि सामने वाली टीम की भी अपनी योजनाएं आपके लिए होती है. ऐसे में अगर आप अपनी तय योजना पर बने रहते हैं तो नाकामी तय है. बतौर बल्लेबाज मेरा पूरा फोकस बॉल पर रहता है. चाहे शॉट आक्रामक हो या फिर मैं एक रन लिए दौडू, मैं अपना खेल सहजता से ही खेलती हूं.”