‘बड़े शॉट्स और लगेंगे’ क्रैंप्स पर हरमानप्रीत कौर का जवाब
कौर के इस रिकॉर्ड तोड़ शतक से ना सिर्फ टूर्नामेंट में नई जान आ गई है, बल्कि उन्होंने ऐसा पूरी तरह फिट नहीं होने के बावजूद किया।
NZ v IND - Full match highlights
Match highlights from the opening fixture of the Womens World T20 2018 in the West Indies.
उन्होंने पेट में क्रैंप्स के बावजूद बल्लेबाज़ी की, लगातार फिज़ियो की उन्हें ज़रुरत भी पड़ी, लेकिन इस दर्द पर हरमनप्रीत भारी पड़ी और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ उन्होंने 8 छक्के लगाकर 2017 आसीसी विमेंस वर्ल्ड कप सेमी-फाइनल में पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 171 रनों की पारी की यादों को ताज़ा कर दिया।
मैच के बाद हरमनप्रीत ने कहा “कल मेरी पीठ में दर्द था, सुबह मेरी तबियत ठीक नहीं लग रही थी, जब मैं मैदान पर पहुंची तो मुझे अच्छा नहीं लग रहा था और शरीर में क्रैंप्स भी आ रहे थे।“
शायद इसी क्रैंप्स की वजह से हरमनप्रीत ने मन बना लिया था कि उन्हें कैसे खेलना है। ऐसे हालत में उन्होंने बड़े शॉट्स लगाने का फैसला लिया।
NZ v IND: Harmanpreet Kaur century highlights
उन्होंने कहा “ पहले मैं दो रन दौड़कर ले रही थी, लेकिन इससे मुझे क्रैंप्स होने लगे। फिर फिज़ियो ने मुझे दवा दिया जिससे मुझे बेहतर महसूस होने लगा। फिर मैंने सोचा कि दौड़ने की जगह मुझे बड़े शॉट्स लगाने चाहिए, क्योंकि ज्यादा दौड़ने से क्रैंप्स बढ़ जाते हैं। तब मैंने जेमी से कहा (जमाइमा रॉद्रिगेज़) ‘अगर आप मुझे स्ट्राइक दें तो मैं और बड़े शॉट्स खेल सकती हूं’।“
हरमानप्रीत ने तेज़ शुरुआत नहीं की और पहले 13 गेंदों में सिर्फ 5 रन ही बनाए। इसके बाद उन्होंने अपना रुख बदला और 51 गेंदों में 103 रन बना डाले, ऐसा उन्होंने एक ऐसे मैच में किया जिसमें दोनों टीमों के लिए सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए जीतना ज़रुरी थी। “मुझे मालुम था कि पिच बल्लेबाज़ के लिए अच्छी थी और अगर मैं टिक गई तो मैं रन बना सकती हूं, ऐसी मेरी सोच थी।“
NZ v IND: Harmanpreet Kaur – 'Our mindset has changed'
Player of the Match Harmanpreet Kaur on the impact the new coach Ramesh Powar, and the decision to push Mithali Raj down the order
एक ऐसे दिन पर जब हरमनप्रीत टी20आई में सेंचुरी बनाने वाली पहली भारतीय महिला बल्लेबाज़ बनीं, इस वक्त पर उन्होंने कहा कि इस मुकाम पर पहुंचने उनके मन में नहीं था।
“मैं ये नहीं देख रही थी कि मैं कितने रन बना रहीं हूं, मैं बस यही देख रही थी कि मैच जीतने के लिए टीम को कितने रन बनाने होंगे, क्योंकि उनकी टीम में सूज़ी बेस्ट और सोफी डेवाइन जैसे अच्छे बल्लेबाज़ थे, ऐसे में जीतने के लिए 150 का स्कोर काफी नहीं होता।“
कौर और रॉद्रिगेज़ (59 रन, 45 गेंद) के बीच 134 रनों की साझेदारी ने भारतीय जीत की नींव रख दी थी। इस मैच में भारत के 194/5 रन के स्कोर के जवाब में न्यूज़ीलैंड ने 160/9 रन बनाए।
अब दुनिया भर के गेंदबाज़ों के लिए बुरी खबर है, क्योंकि हरमनप्रीत कौर ने कहा है कि वो और बेहतर बल्लेबाज़ी करेंगी। उन्होंने कहा “मैं रोज़ कुछ नया सीखती हूं और आज मैंने काफी सीखा, तो मैं ऐसा प्रदर्शन फिर से क्यूं नहीं दोहरा सकती हूं।‘